Sunday, 20 March 2011

झगड़ा खत्म करना सीखें

  • झगड़ा होना एक आम बात है. खासियत होती है झगरा सुलझाने के तरीके में.
  • किसी भी झगड़ें को कभी इस हद तक न ले जाएँ की उसे सुलझाने की गुंजाईश ही न रहे. यह भी ध्यान रखे की कोई भी झगड़ा आपके रिश्ते से बढ़कर नहीं हैं. 
  •  झगड़ा हो जाने पर दुसरे की ओर से पहल का इंतजार न करें. खुद आगे आने से आप अपने रिश्ते को ज्यादा मजबूत कर सकते हैं.
  •  जिस मुद्दे पर  झगड़ा हुआ है उस पर ठंढे दिमाग से बातचीत कर कोई समाधान निकालें आन्यथा वह आगे की झगडे की जड़ बन जाएगी.
  •  झगड़ा ख़त्म करने के लिए किसी उपहार का सहारा लेने में कोई हर्ज नहीं है. इससे न केवल  झगड़ा ख़त्म होजा बल्कि आप दुसरे के महसूस करके उसके करीब हो जाएंगें. 
  • यदि आपसे झगड़ा न सुलझ रहा हो तो उसे समय पर छोड़ देना चाहिए. समय के साथ किसी भी बात से जुड़ा दर्द खुद ब खुद ही कम हो जाता है. 
  •  यदि दूसरा आदमी आपके झगड़ा सुलझाने की आदत को आपकी कमजोरी समझ रहा हो तो उसे उसके हाल पर छोर देना बेहतर होगा.

No comments:

Post a Comment