- अपनी गलती पहचानें और नाकामयाबी को एक सबक मान कर दोबारा वह गलती न दोहराएँ.
- असफलता का दौर विचारो और क्रिएटिविटी को खुल कर निखारने का मौका देता हैं.
- गलती सुधरने का मौका देकर यह व्यक्तित्व मजबूत बनाता हैं . जिससे आप आगे के सफर में मजबूत योद्धा बन कर उभर सकते हैं .
- असफलता एक अनुभव है और अनुभव से सीख लेने वाले एक बार की गई गलती दोबारा नहीं दोहराते .
- नाकामयाबी बने- बनाए ढर्रे तोड़ते हुए सुधार और बेहतर प्लानिंग की जमीन मुहैया कराती हैं.
- एक असफलता आपकी कमियाँ जाहिर करती है इसलिए यह व्यक्तित्व विकास का बेहतरीन मौका हैं.
Saturday, 19 March 2011
यूँ लें नाकामयाबी से सबक
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सबक
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Achhi post...Dhanywad!
ReplyDeleteनाकामयाबी बने- बनाए ढर्रे तोड़ते हुए सुधार और बेहतर प्लानिंग की जमीन मुहैया कराती हैं.
ReplyDeleteexcellent